भारत में लोग अब अपने स्वास्थ्य को लेकर बहुत जागरूक हो रहे हैं। वर्तमान में, आयुर्वेदिक और हर्बल सप्लीमेंट्स की मांग तेजी से बढ़ रही है। ये सप्लीमेंट्स प्राकृतिक हैं और शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत (इम्यूनिटी) को बढ़ाते हैं। साथ ही, ये तनाव कम करने, पाचन बेहतर करने और पूरे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। आयुर्वेद, जो भारत की हजारों साल पुरानी चिकित्सा पद्धति है, हमें न सिर्फ बीमारियों से बचाती है, बल्कि स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने का तरीका भी सिखाती है।
आज हम कुछ आयुर्वेदिक और हर्बल सप्लीमेंट्स के बारे में बात करेंगे। हम जानेंगे कि ये सप्लीमेंट्स कैसे काम करते हैं, इनके फायदे क्या हैं, कौन से ब्रांड भरोसेमंद हैं, और इन्हें कैसे इस्तेमाल करना चाहिए। हमारा मकसद है आपको ऐसी जानकारी देना, जिससे आप अपने लिए सही सप्लीमेंट चुन सकें।
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2025 में आयुर्वेदिक सप्लीमेंट्स क्यों लोकप्रिय हैं? / Why Are Ayurvedic Supplements Popular in 2025?
भारत में लोग आयुर्वेदिक सप्लीमेंट्स को इसलिए पसंद कर रहे हैं क्योंकि ये प्राकृतिक, सुरक्षित, और प्रभावी हैं। कुछ कारण जो इन्हें लोकप्रिय बना रहे हैं:
- प्राकृतिक और सुरक्षित विकल्प: लोग अब रासायनिक दवाओं की जगह प्राकृतिक जड़ी-बूटियों को चुन रहे हैं। अश्वगंधा, तुलसी, और गिलोय जैसे सप्लीमेंट्स बिना साइड इफेक्ट्स के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।
- इम्यूनिटी की जरूरत: कोविड-19 के बाद लोग अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने पर ध्यान दे रहे हैं। आयुर्वेदिक सप्लीमेंट्स इस काम में बहुत मदद करते हैं।
- ऑनलाइन खरीदारी का बढ़ता चलन: अमेज़न, फ्लिपकार्ट जैसे प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया ने इन सप्लीमेंट्स को हर घर तक पहुंचा दिया है। लोग ऑनलाइन रिव्यू पढ़कर सही उत्पाद चुन रहे हैं।
- जैविक उत्पादों की मांग: 2025 में लोग जैविक और पर्यावरण के अनुकूल सप्लीमेंट्स को ज्यादा पसंद कर रहे हैं।

शीर्ष आयुर्वेदिक और हर्बल सप्लीमेंट्स / Top Ayurvedic and Herbal Supplements
आइए, कुछ ऐसे आयुर्वेदिक सप्लीमेंट्स के बारे में जानें जो इम्यूनिटी और स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं।
1. अश्वगंधा / Ashwagandha
यह क्या है?
अश्वगंधा एक प्राकृतिक जड़ी-बूटी है, जिसे “भारतीय जिनसेंग” भी कहते हैं। यह तनाव कम करने और शरीर को ताकत देने के लिए जानी जाती है।
फायदे:
- तनाव और चिंता को कम करता है।
- इम्यूनिटी को मजबूत करता है।
- नींद बेहतर करता है और ऊर्जा बढ़ाता है।
- पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन और मांसपेशियों की ताकत को बढ़ाने में मदद करता है।
कैसे लें?
- रोजाना 1-2 कैप्सूल (300-600 मिलीग्राम) रात को दूध या पानी के साथ लें।
- लोकप्रिय ब्रांड: हिमालया अश्वगंधा, डाबर अश्वगंधा।
सावधानी: गर्भवती महिलाएं और थायरॉइड के मरीज इसे लेने से पहले डॉक्टर से पूछें।
2. गिलोय / Giloy
यह क्या है?
गिलोय, जिसे “अमृता” भी कहते हैं, एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो इम्यूनिटी बढ़ाने में बहुत प्रभावी है।
फायदे:
- रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाता है।
- बुखार, सर्दी, और खांसी में राहत देता है।
- पाचन को बेहतर करता है और शरीर से विषैले तत्व निकालता है।
कैसे लें?
- 2-3 चम्मच गिलोय जूस को सुबह खाली पेट पानी के साथ पिएं।
- लोकप्रिय ब्रांड: डाबर गिलोय जूस, प्राकृति गिलोय कैप्सूल।
सावधानी: ज्यादा मात्रा में लेने से पेट में जलन हो सकती है।
3. तुलसी / Tulsi
यह क्या है?
तुलसी एक पवित्र और औषधीय पौधा है, जिसे हर भारतीय घर में पूजा जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है।
फायदे:
- सर्दी-जुकाम और खांसी से बचाव करता है।
- इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
- तनाव कम करता है और दिमाग को शांत रखता है।
कैसे लें?
- 3-4 तुलसी की पत्तियों को उबालकर चाय बनाएं और दिन में 2 बार पिएं।
- लोकप्रिय ब्रांड: ऑर्गेनिक इंडिया तुलसी कैप्सूल, झंडू तुलसी ड्रॉप्स।
सावधानी: जिन लोगों का ब्लड शुगर कम रहता है, उन्हें सावधानी से लेना चाहिए।
4. च्यवनप्राश / Chyawanprash
यह क्या है?
च्यवनप्राश एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का मिश्रण है, जिसमें आंवला और 40 से ज्यादा हर्ब्स होती हैं। यह इम्यूनिटी के लिए बहुत लोकप्रिय है।
फायदे:
- रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाता है।
- ऊर्जा देता है और थकान कम करता है।
- पाचन को बेहतर करता है।
कैसे लें?
- सुबह 1-2 चम्मच गर्म दूध या पानी के साथ लें।
- लोकप्रिय ब्रांड: डाबर च्यवनप्राश, झंडू च्यवनप्राश (शुगर-फ्री)।
सावधानी: डायबिटीज के मरीज शुगर-फ्री च्यवनप्राश चुनें।
5. मोरिंगा / Moringa
यह क्या है?
मोरिंगा, जिसे “सहजन” भी कहते हैं, एक पोषक तत्वों से भरपूर पौधा है। इसे “मिरेकल ट्री” भी कहा जाता है।
फायदे:
- विटामिन C और आयरन से भरपूर, जो इम्यूनिटी बढ़ाता है।
- त्वचा और बालों को स्वस्थ रखता है।
- ऊर्जा बढ़ाता है और थकान कम करता है।
कैसे लें?
- 1 चम्मच मोरिंगा पाउडर को स्मूदी या पानी में मिलाकर पिएं।
- लोकप्रिय ब्रांड: ऑर्गेनिक इंडिया मोरिंगा पाउडर, प्राकृति मोरिंगा कैप्सूल।
सावधानी: ज्यादा मात्रा में लेने से पेट खराब हो सकता है।
6. त्रिफला / Triphala
यह क्या है?
त्रिफला आंवला, हरड़, और बहेड़ा का मिश्रण है। यह पाचन और डिटॉक्स के लिए बहुत फायदेमंद है।
फायदे:
- पाचन को बेहतर करता है और कब्ज से राहत देता है।
- इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
- त्वचा और बालों के लिए अच्छा है।
कैसे लें?
- 1 चम्मच त्रिफला पाउडर को रात को गुनगुने पानी के साथ लें।
- लोकप्रिय ब्रांड: हिमालया त्रिफला टैबलेट, डाबर त्रिफला चूर्ण।
सावधानी: गर्भवती महिलाएं इसे न लें।
आयुर्वेदिक सप्लीमेंट्स कैसे काम करते हैं? / How Do Ayurvedic Supplements Work?
आयुर्वेदिक सप्लीमेंट्स शरीर के प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने पर काम करते हैं। आयुर्वेद में तीन दोषों (वात, पित्त, कफ) का संतुलन स्वास्थ्य के लिए जरूरी माना जाता है। ये सप्लीमेंट्स शरीर की आंतरिक शक्ति (ओजस) को बढ़ाते हैं और पाचन (अग्नि) को मजबूत करते हैं।
उदाहरण के लिए:
- अश्वगंधा तनाव हार्मोन (कोर्टिसोल) को कम करता है।
- गिलोय शरीर में रोगों से लड़ने वाली कोशिकाओं को सक्रिय करता है।
- तुलसी में मौजूद तेल बैक्टीरिया और वायरस से लड़ते हैं।
कई वैज्ञानिक अध्ययनों में इन जड़ी-बूटियों के फायदों की पुष्टि हुई है, लेकिन कुछ सप्लीमेंट्स पर अभी और शोध की जरूरत है। इसलिए, हमेशा भरोसेमंद ब्रांड्स के उत्पाद चुनें।
भारत में भरोसेमंद ब्रांड्स / Trusted Brands in India
- हिमालया वेलनेस: अश्वगंधा, त्रिफला, और इम्यूनिटी बूस्टर जैसे उत्पादों के लिए मशहूर।
- डाबर इंडिया: च्यवनप्राश और गिलोय जूस जैसे गुणवत्तापूर्ण उत्पाद बनाता है।
- ऑर्गेनिक इंडिया: जैविक तुलसी और मोरिंगा जैसे उत्पादों के लिए जाना जाता है।
- झंडू आयुर्वेद: पारंपरिक आयुर्वेदिक उत्पाद जैसे च्यवनप्राश और त्रिफला।
- प्राकृति आयुर्वेद: शुद्ध और प्राकृतिक सप्लीमेंट्स जैसे मोरिंगा और शिलाजीत।
आयुर्वेदिक सप्लीमेंट्स का सही उपयोग / How to Use Ayurvedic Supplements Correctly
- डॉक्टर से सलाह लें: कोई भी सप्लीमेंट शुरू करने से पहले आयुर्वेदिक विशेषज्ञ या डॉक्टर से पूछें।
- सही मात्रा: पैकेज पर लिखी खुराक का पालन करें। ज्यादा लेने से नुकसान हो सकता है।
- स्वस्थ जीवनशैली: सप्लीमेंट्स के साथ-साथ अच्छा खाना, व्यायाम, और नींद भी जरूरी है।
- नकली उत्पादों से बचें: FSSAI मार्क वाले और भरोसेमंद ब्रांड्स के उत्पाद ही खरीदें।
- लंबे समय तक उपयोग: आयुर्वेदिक सप्लीमेंट्स तुरंत असर नहीं दिखाते। इन्हें नियमित रूप से 2-3 महीने तक लें।
आयुर्वेदिक जीवनशैली के टिप्स / Ayurvedic Lifestyle Tips
सप्लीमेंट्स के साथ-साथ आयुर्वेदिक जीवनशैली अपनाने से इम्यूनिटी और स्वास्थ्य बेहतर होता है। कुछ आसान टिप्स:
- सुबह गर्म पानी: सुबह गुनगुना पानी और नींबू पीने से पाचन बेहतर होता है।
- हर्बल चाय: जीरा, धनिया, और सौंफ की चाय पाचन के लिए अच्छी है।
- योग और ध्यान: रोज 20-30 मिनट योग और प्राणायाम करें।
- ताजा खाना: ताजे फल, सब्जियां, और घी से बना खाना खाएं।
- अच्छी नींद: रात को 7-8 घंटे सोएं।
चुनौतियां और सावधानियां / Challenges and Precautions
- गुणवत्ता की समस्या: कुछ सप्लीमेंट्स में मिलावट हो सकती है। हमेशा FSSAI-अनुमोदित उत्पाद खरीदें।
- वैज्ञानिक शोध की कमी: कुछ जड़ी-बूटियों पर अभी और अध्ययन की जरूरत है।
- साइड इफेक्ट्स: गलत मात्रा में लेने से पेट खराब हो सकता है।
- जागरूकता की कमी: कई लोग सप्लीमेंट्स के सही उपयोग के बारे में नहीं जानते।
2025 में आयुर्वेद का भविष्य / Future of Ayurveda in 2025
भारत में आयुर्वेद का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। 2035 तक यह 5.67 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है। कुछ भविष्य के रुझान:
- नए उत्पाद: आयुर्वेदिक प्रोटीन पाउडर और हर्बल ड्रिंक्स जैसे नए प्रारूप।
- वैश्विक मांग: तुलसी और हल्दी जैसे उत्पादों का निर्यात बढ़ रहा है।
- वैयक्तिकृत सप्लीमेंट्स: AI और जेनेटिक टेस्टिंग से कस्टमाइज्ड सप्लीमेंट्स।
- जैविक उत्पाद: पर्यावरण के अनुकूल और जैविक सप्लीमेंट्स की मांग बढ़ेगी।
निष्कर्ष / Conclusion
आयुर्वेदिक और हर्बल सप्लीमेंट्स भारत में स्वास्थ्य और इम्यूनिटी के लिए एक शानदार विकल्प हैं। अश्वगंधा, गिलोय, तुलसी, च्यवनप्राश, मोरिंगा, और त्रिफला जैसे सप्लीमेंट्स न सिर्फ रोगों से बचाते हैं, बल्कि आपको स्वस्थ और ऊर्जावान बनाते हैं। इनका सही उपयोग और आयुर्वेदिक जीवनशैली अपनाकर आप अपने स्वास्थ्य को लंबे समय तक बेहतर रख सकते हैं। हमेशा भरोसेमंद ब्रांड्स चुनें और डॉक्टर की सलाह लें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल / Frequently Asked Questions
- क्या आयुर्वेदिक सप्लीमेंट्स रोज लेना सुरक्षित है?
हां, अगर सही मात्रा में और डॉक्टर की सलाह से लें तो सुरक्षित हैं। - कौन सा ब्रांड सबसे अच्छा है?
हिमालया, डाबर, ऑर्गेनिक इंडिया, और झंडू जैसे ब्रांड भरोसेमंद हैं। - क्या ये सप्लीमेंट्स तुरंत असर दिखाते हैं?
नहीं, इन्हें नियमित रूप से 2-3 महीने लेने पर असर दिखता है। - इम्यूनिटी के लिए सबसे अच्छा सप्लीमेंट कौन सा है?
च्यवनप्राश, गिलोय, और अश्वगंधा बहुत प्रभावी हैं। - क्या बच्चे आयुर्वेदिक सप्लीमेंट्स ले सकते हैं?
कुछ सप्लीमेंट्स जैसे च्यवनप्राश बच्चों के लिए सुरक्षित हैं, लेकिन डॉक्टर से पूछें।